जब दुर्गा मिटटी की मूरत है,तो उसकी पूजा करते हैंपर जब दुर्गा जीवंत है, तब उसकी अवहेलना करते हैंढोल,शंकनाद, आरती से प्रतिमा का स्वागत करते हैंऔर जब लक्ष्मी ब्याह के लाते हैं, उसका निरादर करते हैं बहुत हुआ ये दोगलापन, ये आडम्बर, ये दिखावानारी तू नारायणी ही नहीं, कालरात्रि और मृत्यु भी हैतू जननी औरContinue reading “औरत-दुर्गा भी, काली भी!- हिंदी कविता – A2Z”
Author Archives: Daisy
नारी- हिंदी कविता – A2Z
मैं ख्वाबों को साड़ी की छोर से बांधती हूँमैं रिश्तों को गुल्लक में सहेजती हूँमैं अपना परिचय अपने परिजनों में पाती हूँमैं पल छीन लम्हों से ज़िन्दगी सजाती हूँमैं ख़ुशी में रोती हूँ, गम में मुस्कुराती हूँहरा नीला दर्द, दिल की कैफियत छुपाती हूँमैं विश्वास के आईने में, आशा की बिंदी लगाती हूँमैं मुख़्तसर सेContinue reading “नारी- हिंदी कविता – A2Z”
मुसाफिर – हिंदी कविता – A2Z
चाँद रात का मुसाफिरभीनी गलियों में निकल पड़ता हैसितारों की कॉलोनी से गुज़रते हुएचौराहे पे चल पड़ता है झोले में चांदनी की छीटेंऔर खूशबूएं हज़ार हैमतवाला मुसाफिर चाँद हैफुर्सत की रात में टहलता है रुकता है, सुस्ताता हैमुसाफिरखाने की भीड़ छटती हैफिर चांदनी का कश मारकेरात के सन्नाटे को निगलता है धीमी आंच में थकContinue reading “मुसाफिर – हिंदी कविता – A2Z”
लहराता दुपट्टा – हिंदी कविता – A2Z
ख़ामोशी बातों में, समंदर आँखों मेंमुस्कान लबों पे, जवाकुसुम बालों मेंऔर मोगरे का इत्र लगाकर,जब तुम नज़दीक से गुज़रती हो, तो मानो रुक सा जाता हूँ मैं तुम्हारी चंचलता, तुम्हारी सहजतातुम्हारा प्रतिबिम्ब, अमिट छाप छोड़ता है मुझपेवो माथे की बिंदी, वो जुड़वां काले नयनावो लहराता दुपट्टा, सम्मोहित करता है मुझे उस दिन तुम्हे जाते हुए,Continue reading “लहराता दुपट्टा – हिंदी कविता – A2Z”
कुछ अनकही कुछ अनसुनी – हिंदी कविता – A2Z
जैसे स्लेट पर कोई चॉक फैल जाती हैवैसी चाँद की धीमी आंच पररात का सन्नाटा उबल रहा थाउन रात के सुनसान पलों मेंफिर ख्वाइशों ने ज़िन्दगी के नुमाइंदेबनकर सतह पकड़ीतुम्हारी कुछ अनकही कुछ अनसुनी बातेंरात की तरह परवाज़ चढ़ने लगीतुम्हारा अक्स, मुलायम चेहराजैसे घुलता गया मेरी दिनचर्या में“काश” की सीढ़ी लगाकर, सपनों नेबेशरम होने मेंContinue reading “कुछ अनकही कुछ अनसुनी – हिंदी कविता – A2Z”
जज़ीरा- हिंदी कविता – A2Z
एक आग का दरिया हैये मोहब्बत का आगाज़ हैउस जज़ीरे की आस हैजो मझदार में क़यादत करे मेरी आँखों में समंदर हैफिरभी मैं प्यासी हूँइच्छाओं की बदपरहेज़ी हैकोई डूब जाने वाला चाहिये तुम मिले थे कल मुझेमचलते ख्वाब में ही सहीएक हसीं लम्हा चुरा लिया था मैंनेआंखमिचोली कर नींद से नहीं सोचूं तुम्हारे बारे मेंतोContinue reading “जज़ीरा- हिंदी कविता – A2Z”
Open Mic by Chrysanthemum Chronicles
The first Virtual Open Mic, Chapter 1.0 powered by Chrysanthemum Chronicles happened today on the page ‘The One Hour Talk Show on Facebook!! It was a pleasure and honor to host the show. Please Go and like the page if you haven’t yet and watch the event recordings.https://www.facebook.com/PoweredbyChrysanthemumChronicles2020 You can watch the event here:- ThankyouContinue reading “Open Mic by Chrysanthemum Chronicles”
इंद्रधनुष सपनों का- हिंदी कविता – A2Z
सपनों का इंद्रधनुष देखा है कभी ?कितना सुरम्य, कितना सजीला होता हैचमकता सात रंगों में है, खुशियां सैकड़ों देता हैअचंभित करनेवाली रंगावली! एक रंग सपना, एक रंग आशाएक रंग उन्नति, एक उमंग की परिभाषाएक रंग मिठास , एक रंग हंसीएक रंग प्रेम , जैसे रंगों की दीपावली! दुर्लभ वो दिन होता है,भीना सा इंद्रधनुष उगताContinue reading “इंद्रधनुष सपनों का- हिंदी कविता – A2Z”
Being grateful to find the inner peace
Day 7 Word of the Day – Gratitude Gratitude is the word that is the key to happiness within. Being grateful not only shows the brighter side of life … Being grateful to find the inner peace
ह- हुस्न पहाड़ों का-हिंदी कविता – A2Z
हुस्न पहाड़ों काक्या कहनाकी बारहों महीनेयहाँ मौसम जाड़ों का भीनी सी सुबह मेंकुमाऊँ हिमालय के चट्टानों सेसूरज की लालिमा उभरती हैएक भोर की धूप उगती है तो मानो जमी हुयी चोटीकुछ कसमसा के पिघलती हैलजाती हुयी पानी पानी सीझरनों में फूटती है ठंडा कलरव करता जलसरजू में आकर समाता हैज्यों ज्यों दिन चढ़ता हैप्रवाह उत्तेजितContinue reading “ह- हुस्न पहाड़ों का-हिंदी कविता – A2Z”